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भारत के वायसराय । Viceroy of India in hindi

1833 के चार्टर एक्ट द्वारा बंगाल के गवर्नर जनरल को भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया और कुछ समय पशचात गवर्नर जनरल के पद को समाप्त कर दिया गया और इस प्रकार 1856 ईसवी में भारत के वायसराय का पद अस्तित्व में आया| 1856 ईसवी से स्वतंत्रता के समय तक भारत पर अंग्रजो ने वायसराय के माध्यम से शाषन किया| जिसका संपूर्ण विवरण मुख्य बिन्दुओ के आधार पर निचे किया गया है| इस ब्लॉग में मैंने भारत के वायसराय के पद को सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया है|


भारत के वायसराय


1856 से 1862 ईसवी - लॉर्ड कैनिंग 

यह भारत में कंपनी द्वारा नियुक्त अंतिम गवर्नर जनरल तथा ब्रिटिश सम्राट के अधीन नियुक्त भारत का प्रथम वायसराय था|

1856 ईसवी में विधवा पुनर्विवाह अधिनियम स्वतंत्र रूप से लागू हुआ|

1857 का विद्रोह इसके काल की सबसे प्रमुख घटना थी जिसके बाद भारत का शासन कंपनी के हाथों से सीधा ब्रिटेन सरकार के नियंत्रण में चला गया|

व्यपगत सिद्धांत (Doctrine of lapse) यानी राज्य विलय की नीति को समाप्त कर दिया|


1862 से 1863 ईसवी - लॉर्ड ऐल्गिन

इन्होने वहाबी आंदोलन का दमन किया|

1863 ईसवी में धर्मशाला हिमाचल प्रदेश में इनकी मृत्यु हो गई|


1864 से 1869 ईसवी सर जॉन लॉरेंस 

1865 ईसवी में इनके द्वारा भारत एवं यूरोप के बीच प्रथम समुद्री टेलीग्राफ सेवा शुरू की गई|

1865 ईसवी में भूटान ने ब्रिटिश साम्राज्य पर आक्रमण किया|

1866 ईसवी में उड़ीसा में तथा 1864 से 1869 ईसवी में बुंदेलखंड एवं राजपूताना में भीषण अकाल पड़ा|

इसने हेनरी कैम्पवेल के नेतृत्व में एक अकाल आयोग का गठन किया|

अफगानिस्तान के संबंध में इसने अवस्था हस्तक्षेप की नीति अपनाई जिससे शानदार निष्क्रियता के नाम से जाना जाता है|


1869 से 1872 ईसवी - लॉर्ड मेयो 

1872 ईसवी में भारत में प्रथम जनगणना इसी काल में हुई।

1872 ईसवी में अजमेर में मेयो कॉलेज की स्थापना की|

1872 ईसवी में एक कृषि विभाग की स्थापना की|

1872 ईसवी में अफगान शेर अली अफरीदी ने चाकू मारकर इनकी हत्या कर दी|



1872 से 1876 ईसवी - लॉर्ड नॉर्थब्रुक 

इस के समय में बंगाल में भयानक अकाल पड़ा

पंजाब का प्रसिद्ध कूका आंदोलन इसी के समय में हुआ

इसी के समय स्वेज नहर खुल जाने से भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार में वृद्धि हुई


1876 से 1880 ईसवी - लॉर्ड लिटन 

यह एक प्रसिद्ध उपन्यासकार निबंध लेखक एवं साहित्यकार था|

इसने सहित्य में ओवन मैरिडिथ के नाम से जाना जाता था।

1 जनवरी 1871 ईसवी में महारानी विक्टोरिया को केसर-ए-हिंद की उपाधि से सम्मानित करने के दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया।

इसने अलीगढ़ में एक मुस्लिम-ऐंग्लो प्राच्य महाविद्यालय की स्थापना की।

इस के समय में मुंबई मद्रास हैदराबाद पंजाब मध्य भारत आदि में भयानक अकाल पड़ा|

1878 ईसवी में लॉर्ड लिटन ने रिचर्ड स्ट्रेची की अध्यक्षता में एक अकाल आयोग की नियुक्ति की|


1880 से 1884 ईसवी - लॉर्ड रिपन 

1882 ईसवी में वर्नाकुलर प्रेस एक्ट को समाप्त कर दिया|

सिविल सेवा में प्रवेश की अधिकतम आयु सीमा को 19 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष कर दिया|

1882 ईसवी में स्थानीय स्वशासन की शुरुआत की| 

1881 ईसवी में सर्वप्रथम नियमित जनगणना करवाई|

1881 ईसवी में प्रथम कारखाना अधिनियम लाया गया|

फ्लोरेंस नाइटेंगल ने रिपन को भारत के उद्धारक की संज्ञा दी|


1884 से 1888 ईसवी - लॉर्ड डफरिन 

1885 से 1888 ईसवी में तृतीय आंग्ल-बर्मा युद्ध हुआ और बर्मा को अंतिम रूप से अंग्रेजी राज्य में मिला लिया गया|

28 दिसम्बर, 1885 ईसवी में मुंबई में ए. ओ. हू्म के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई।


1888 से 1894 ईसवी - लॉर्ड लैंसडाउन 

भारत और अफगानिस्तान के मध्य सीमा रेखा डूरंड रेखा का निर्धारण हुआ

1891 ईसवी में दूसरा कारखाना अधिनियम लाया गया|


1894 से 1899 ईसवी - लॉर्ड एल्गिन द्वितीय 

1895 से 1898 ईसवी के मध्य उत्तर प्रदेश बिहार पंजाब एवं मध्य प्रदेश में भयंकर अकाल पड़ा|

भारत को तलवार के बल पर विजित किया गया है और तलवार के बल पर ही इसकी रक्षा की जाएगी यह कथन लॉर्ड एल्गिन द्वितीय का है|


1899 से 1905 ईसवी - लॉर्ड कर्जन 

1899 ईसवी में भारतीय टंकण और पत्र मुद्रा अधिनियम पारित कर अंग्रेजी स्वर्ण मुद्रा को भारत की कानूनी मुद्रा घोषित किया गया।

1904 ईसवी में भारत विश्वविद्यालय अधिनियम पास किया गया|

1905 ईसवी में भारतीय पुरातत्व विभाग की स्थापना की|

सर एंटनी मैकडॉनल की अध्यक्षता में अकाल आयोग का गठन किया गया| 

इसमें कृषि बैंक खुलवाएं|

1905 ईसवी में पूसा में एक कृषि अनुसंधान संस्थान खोली गई|

किसी के कार्यकाल के दौरान कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल हॉल का निर्माण हुआ|

1905 ईसवी में बंगाल का विभाजन कर्जन के भारत विरोधी कार्यो में सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य था|


1905 से 1910 ईसवी - लॉर्ड मिंटो द्वितीय 

1906 ईसवी में मुस्लिम लीग की स्थापना की गई|

1907 ईसवी में सूरत अधिवेशन में कांग्रेस का विभाजन|

1909 ईसवी में मुसलमानों के लिए अलग निर्वाचन व्यवस्था मार्ले मिंटो सुधार अधिनियम के द्वारा की गई|


1910 से 1916 ईसवी - लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय 

12 दिसंबर 1911 ईसवी में दिल्ली में एक भव्य दरबार का आयोजन हुआ जिसमें ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम भारत आए|

यहां बंगाल विभाजन को रद्द करने तथा भारत की राजधानी कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की गई|

1912 ईसवी में दिल्ली भारत की राजधानी बनी|

23 दिसंबर 1912 ईसवी को लॉर्ड हार्डिंग पर दिल्ली में बम फेंका गया इस कांड में भाई बालमुकुंद को फांसी दी गई|

1914 ईसवी में प्रथम विश्व युद्ध प्रारंभ हुआ|

1916 ईसवी में लॉर्ड हार्डिंग को बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त किया गया|


1916 से 1921 ईसवी - लॉर्ड चेम्सफोर्ड 


1916 ईसवी में कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन में कांग्रेस का एकीकरण हुआ एवं मुस्लिम लीग के साथ समझौता हुआ|

1916 ईसवी में पुणे में महिला विश्वविद्यालय की स्थापना हुई|

1917 ईसवी में शिक्षा पर सैडलर आयोग का गठन किया गया|

1919 ईसवी में इसी के काल में रोलेट एक्ट पारित हुआ|

13 अप्रैल 1919 ईसवी को जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ|

1920 ईसवी में खिलाफत आंदोलन एवं गांधी जी का असहयोग आंदोलन इसी के समय प्रारंभ हुआ|

तृतीय अफगान युद्ध इसी के समय हुआ|


1921 से 1926 ईसवी - लॉर्ड रीडिंग 

1921 ईसवी में मोपला विद्रोह हुआ|

1921 ईसवी में एम एन राय द्वारा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का गठन किया गया|

5 फरवरी 1922 ईसवी को चौरी चौरा कांड उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ| जिसके बाद महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन वापस ले लिया|

1922 ईसवी से इलाहाबाद में सिविल सेवा परीक्षा की शुरुआत हुई|

1922 ईसवी में विश्वभारती विश्वविद्यालय ने कार्य करना प्रारंभ किया|

1923 ईसवी में स्वराज पार्टी की स्थापना हुई|



1926 से 1931 ईसवी - लॉर्ड इरविन 

3 फरवरी 1928 ईसवी साइमन कमीशन मुंबई पहुंचा|

1929 ईसवी में लाला लाजपत राय की मृत्यु के बदले में भारतीय चरमपंथियों द्वारा दिल्ली के असेंबली हॉल में बम फेंका गया|

1929 ईसवी में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का लक्ष्य निर्धारित किया गया|

5 मई 1930 ईसवी को सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी को गिरफ्तार कर लिया गया|

12 नवंबर 1930 ईसवी में लंदन में प्रथम गोलमेज सम्मेलन हुआ इस सम्मेलन में कॉन्ग्रेस में भाग नहीं लिया|

4 मार्च 1931 ईसवी को गांधी इरविन समझौता पर हस्ताक्षर किया गया और साथ ही सपने अवज्ञा आंदोलन को स्थगित किया गया|


1931 से 1936 ईसवी - लॉर्ड वेलिंगटन 

7 सितंबर से 1 दिसंबर तक 1931 ईसवी तक लंदन में द्वितीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन हुआ|

इस सम्मेलन में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व महात्मा गांधी ने किया

3 जनवरी 1932 ईसवी को दूसरे गोलमेज सम्मेलन की सफलता के बाद महात्मा गांधी ने दोबारा सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ कर दिया

17 नवंबर से 24 दिसंबर 1932 ईसवी तक लंदन में तृतीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन हुआ|

भारत सरकार अधिनियम 1935 पास किया गया|


1936 से 1943 ईसवी - लॉर्ड लिनलिथगो 

इसका समय में पहली बार चुनाव करवाए गए कांग्रेस ने 11 में से 8 प्रांतों में अपनी सरकार बनाई|

1 सितंबर 1939 ईसवी को द्वितीय विश्व युद्ध प्रारंभ हुआ|

1 मई 1939 ईसवी में सुभाष चंद्र बोस ने फॉरवर्ड ब्लॉक नाम की एक नई पार्टी बनाई|

मार्च 1940 ईसवी में लीग के लाहौर अधिवेशन में पहली बार पाकिस्तान की मांग की गई|

8 अगस्त 1940 ईसवी को अगस्त प्रस्ताव अंग्रेजो के द्वारा लाया गया|

मार्च 1942 ईसवी में क्रिप्स मिशन भारत आया कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों ने क्रिप्स प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया|

9 अगस्त 1942 ईसवी को कांग्रेस ने भारत छोड़ो आंदोलन प्रारंभ किया जिसे अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है|

1943 ईसवी में बंगाल में भयानक अकाल पड़ा|


1944 से 1947 ईसवी - लॉर्ड वेवेल 

1946 ईसवी में कैबिनेट मिशन भारत आया इस मिशन के सदस्य थे स्टेफोर्ड क्रिप्स, पैथिक लोरेंस, ए बी अलेक्जेंडर|


1947 से 1948 ईसवी - लॉर्ड माउंटबेटन 

24 मार्च 1947 ईसवी को सत्ता हस्तांतरण के लिए भारत का गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन को बनाया गया|

15 अगस्त 1947 ईसवी को भारत स्वतंत्र हुआ इस प्रकार स्वतंत्र भारत का प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन हुए|

स्वतंत्र भारत के प्रथम एवं अंतिम भारतीय गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी हुए|


इस प्रकार भारत में स्वतंत्रता के समय तक कई वायसराय बदले गए| इनके समय से पूर्व भारत में बंगाल के गवर्नर जनरल और भारत के गवर्नर जनरल के रूप में ईस्ट इंडिया कंपनी ने शाषन किया| कंपनी के गवर्नर जनरल के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें|




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